भोजपुरी सिनेमा में खास अभिनय शैली के लिए विख्यात फिल्म अभिनेता सुशील सिंह को विलेन ऑफ द ईयर का अवार्ड देकर सम्मानित किया गया है। यह खिताब उन्हें ग्रीन सिनेमा अवार्ड 2020 में डेढ़ दशक से भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री में अपने अभिनय का जौहर दिखाने के लिए एवं भोजपुरी सिनेमा में उत्कृष्ट योगदान देने के लिए दिया गया है। विलेन ऑफ द ईयर का अवार्ड का खिताब पाने पर सुशील सिंह ने अवार्ड के आयोजक एवं अपने सभी चाहने वालों को तहेदिल से धन्यवाद दिया है। उनके फैंस व चाहने वालों में काफी खुशी की लहर है। ग्रीन सिनेमा अवार्ड के आयोजक विजय पांडेय हैं।
उल्लेखनीय है कि सुशील सिंह का कामयाबी भरा फिल्मी सफर काफी चुनौतीपूर्ण रहा है। विगत सत्रह वर्षों से इस कामयाबी भरे लंबे फिल्मी सफर में उन्होंने हर प्रकार से अपना सौ प्रतिशत योगदान भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री को दिया है। सुशील सिंह ने अब तक अलग अलग तरह के किरदार निभा कर दर्शकों के बीच अपनी अमिट छाप छोड़ा है। उनकी सबसे बड़ी खासियत यह है कि वे बहुत कम फिल्में करते हैं, लेकिन जो करते हैं, वो बहुत दमदार होता है।
गौरतलब है कि भोजपुरी सिनेमा के तीसरे दौर के आरम्भ में सन 2003 में प्रदर्शित हुई रवि किशन स्टारर फिल्म कन्यादान से बतौर खलनायक भोजपुरी सिने जगत में धमाकेदार एंट्री करने वाले सुशील सिंह ने डेढ़ दशक पूरा कर लिया है। जब उन्होंने सिनेमा में पदार्पण किया था तो भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री में उनके टक्कर का कोई यंग विलेन नहीं था। सुशील सिंह ने एक से बढ़कर एक सुपरहिट फिल्में देकर अपने अभिनय का लोहा मनवाया। 2008 में रिलीज हुई दिनेशलाल यादव निरहुआ स्टारर सिल्वर जुबली भोजपुरी फिल्म निरहुआ रिक्शावाला में विधायक का किरदार निभाकर सुशील सिंह सिनेप्रेमियों के दिलों में विधायक जी के रूप घर कर गये और आज भी दर्शक उन्हें विधायक जी के नाम से ही संबोधित करते हैं। इतना ही नहीं फिल्म मोकामा जीरो किलोमीटर का हार्डकोर विलेन मोकामा के नाम से भी उन्हें काफी पॉपुलैरिटी मिली है। उनका यह किरदार काफी खूंखार था। सन 2003 से सन 2019 तक सुशील सिंह ने भोजपुरी सिने जगत में डेढ़ दशक पूरा कर लिया है। भोजपुरी सिनेमा का तीसरा दौर का यह अठारहवाँ वर्ष है। जब भोजपुरी सिनेमा का इतिहास लिखा जाएगा तो सुशील सिंह का नाम स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाना एकदम निश्चित है।
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